Ajmer Sharif

नामे ख्वाजासे दममें आये दम मनकबते गरीब नवाज लिरीक्स

नामे ख्वाजासे दममें आये दम
गरीबोका ईस्मे आझम, गरीबोका ईस्मे आझम...

वहां दीन ईद तो, मेअराज रैना
ख्वाजाजी के अंगनामें मीलता है चैना
हट जाये दीलसे रंजो गम, गरीबोका ईस्मे आझम...

चाहे अमीर कोई, चारे फकिर हो
तकदीरकी बदले, बीगव्ठी लकीर हो
हो खुशहालीमें, आंख पुरनम, गरीबोका ईस्मे आझम...

ख्वाजाका दर, फकिरोका हरम है
बाझारे ईश्क आके देख गरम है
छाये अब्रे करम घटा घम, गरीबोका ईस्मे आझम...

गली गली बलखाती, जोगने के फेरे
दीवाने ख्वाजाकी, तुरबतको घेरे
जपे सुफी गरदन कीये खम, गरीबोका ईस्मे आझम...

महेके मुश्को अंबर, रूहानी फीझा है
महेफीले शमां चलती, चीश्ती गीझा है
जुमे मस्तीमें, बागे ईरम, गरीबोका ईस्से आझम...

कारी की कीरअत, फकिरी के नारे
नमाझोके सजदे, सखावतके थधारे
हर अदा जाये जम, गरीबोका ईस्मे आझम...

चीश्ती जोग पाये, दरे पीरसे “दिलावर”
वाहिद” कीये मुजे, खाजा सनावर
शाने खीजरी है मेरा सनम, गरीबोका ईस्मे आझम...