Ajmer Sharif

दरपे बुलाले एकबार, ख्वाजा मे हुं दिवाना तेरे नाम का नात लिरीक्स

दरपे बुलाले एकबार, ख्वाजा मे हुं दिवाना तेरे नाम का
जलवा दिखा दे एकबार, ख्वाजा मे हुं दिवाना तेरे नाम का...

आखंमें आंसु लबपे है नाले, दिल दर्दमें डुबा
हाले परेशांमें अपने भी देखे, जैसे देखे अजुबा
कीसका करू मे ऐतबार, ख्वाजा मे हुं दिवाना तेरे नाम का...

दुर है मंझिल कश्ती भंवरमें, आंधी तुंफा उठा है
बीन माजी के खाये थपेडे, मौला मेरा रूठा है
नैया लगादे उस पार, ख्वाजा मे हुं दिवाना तेरे नाम का...

खुल्दे बरीका जीता नमुना, है दरबार तेरा
रोता हसादे उजडा बसादे, आका संसार मेरा
तुजको मीला ये ईख्तीयार, ख्वाजा मे हुं दिवाना तेरे नाम का...

गेरवां चोला मैने सजाया, जोग तेरा लीया है
कादरी प्यालेमें चीश्तीया मय को, मेने पीया है
मे तो तुम्हारा मयख्वार, ख्वाजा मे हुं दिवाना तेरे नाम का...

गुम्बदे खीदरासे गुम्बदे ख्वाजा, तक नुरी सफर है
दोनो की निस्बत का बादे सबा तुजमें, पाया असर है
सांसोमें बसजां एकबार, ख्वाजा मे हुं दिवाना तेरे नाम का...

मे तो हुं भोला रूप तेरे कीतने मे कया जानुं
“वाहिद पीया* में जलवा नुमा हे ख्वाजा ईतना मे जानुं
करले “दिलावर” ईकरार, ख्वाजा मे हुं दिवाना तेरे नाम का...