Ajmer Sharif

मैने अजमेरमें तयबाहका मझा पाया है मनकबते गरीब नवाज लिरीक्स

मैने अजमेरमें तयबाहका मझा पाया है
शाने ख्वाजा पे दिल ईतराया है...

हसरते लेती है अगंडाई यादे ख्वाजामें
अश्क ढलते है ये केहेते हुवे शाने ख्वाजामें
खुल गया राझे मुहब्बत दिल शरमाया है...

धोले गुम्म्बद के सदकेमें, चौखट पे निसार
आये ना तुजको कयु, गरीबोपे हरदम प्यार
गरीबे नवाझ का, तुने जो लकब पाया है...

बनके मतवाला तौहीद का, आया मेरा ख्वाजा
बुनियादे हक जो डाली, तुटा कुफ्र का बाझां
रंगे शाने मुईन, दुनियाको दिखलाया है...

मेरी औकात कया, कया मेरी बिसात जानुं
कोन दुश्मन है, कोन दोस्त मे कया जानुं
ईतना जानुं तेरी निस्बतका मुजपे साया है...

हर यतीमो गरीबो का आसरा तुम हो
बेकरार दिलका सुकु, चैनो राहत तुम हो
सदका हर शाहो, गरीबोने तेरा खाया है...

वैवर शाहाना रखते है, तेरे दरके फकिर
शाहो के शाह भी आते है, तेरे दरके फकिर
बडी किस्मत से दाता, तुजसा हसीं पाया है...

श्यीरे बाहिद” ने ईनायत की नझर करदी है
उनके सदकेमें, खाजाने जोली भरदी है
मैने ठोकरमें “दिलावर” झमाने को पाया है...