Ajmer Sharif

ख्वाजाके दरपे हम जायेंगे मनकबते गरीब नवाज लिरीक्स

ख्वाजाके दरपे हम जायेंगे
मनकी मुरादे हम पायेंगे...

मोला अलीके लाल है खाजा
हम उनकी परजा वो हमरे राजा
झालीम झमानेसे कया हम पायेंगे...

अपनोने मुंह को मोड लीया है
हमने रिश्ता ख्वाजासे जोड लीया है
उजडे दीलकी बस्ती ख्वाजा बसायेंगे...

बडा मनमोहन है ख्वाजा हमारा
चीश्तीया फलकपे संजरी सीतारा
रोशनीमें उसकी कीस्मत चमकायेंगे...

रात शबे मेअराज, दिन देखो ईद है
एक पल वहां का, बहोत ही मुफीद है
गरीबोकी हज है माने मनायेंगे...

समजेंगे अमीर कया उनके फकिरको
ताकत है कीसमें खरीदे फकिरको
खरीदार मेरे खुद ख्वाजा बनके आयेंगे...

चीश्तीया शम्मा है गौषीया बाती
"वाहिद” परवाना “दिलावर” है साथी
जल जलके शम्मामें चाहत जीलायेंगे...