Ajmer Sharif

ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार मनकबते गरीब नवाज लिरीक्स

दरपे तेरे मुजसा गरीब उदास, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार
ख्वाजा जी सुनो...ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...

गरीबोका तुंही सहारा है आका, मुंह सब फेरे तो तेरी और जांका
मेरी सिम्त देखेले अलीके दिलदार, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...

गमके अंधेरेमें साथी सब छुटे, जानके तन्‍हां ये बेरी जग लुटे
सुनी दीलकी दुनिया को देदे करार, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...

बाबे नवाजीश है तेरा आस्ताना, मेने ही नही ये जगने है माना
जग ठुकराये को देदो थोडा प्यार, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...

अंखीयो से बरसे ये रीमजीम सावन, मुखडा दीखादे ओ सैया मन भावन
जाग जाग रतीया करदी निसार, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...

बदले वफा के है पाई बेवफाई, सुनले तुं ख्वाजा मे देता हुं दुहाई
लोटा दे वफाओ का उजडा सिंगार, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...

मेरी खुद्दारी से बाझी सब लडाये, तेरा ही करम है जो उनसे छुडाये दौलत के नशेमें है दिन के गद्दार, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...

निभाओगे मुजको कया अय जगवालो, अपने गीरेबांमें पहेले मुंह डालो
ख्वाजा का निभाया निभाये हझार, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...

अपने कीये की तुम लाज निभाना, ताना देगा वरना ये झालीम झमाना
है अपने दिवाने से ख्वाजा बेझार, ख्वाजा दाता केहके करेहै पुकार...

रहेमते खुदा के है रंग तुजमें पाये, नबी के करमके है तेरे सर साये
दोनो रंग में रंग दो संजरी सरकार, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...

हेच हे रईसो तुम्हारा नाझा होना, देखा नही ख्वाजाका करम फरमाना
उंगलीके ईशारे पे नाचे संसार, खाजा दाता केहके करे है पुकार...

आखीर निस्बत तेरी रंग लाई, “पीरे वाहिद” ने जो थामी ये कलाई
युं तो घुम फीर के “दिलावर” गया हार, ख्वाजा दाता केहके करे है पुकार...