Ajmer Sharif

हम गरीबो का सहारा, आप ही की झात है मनकबते गरीब नवाज लिरीक्स

हम गरीबो का सहारा, आप ही की झात है
नाम प्यारा ख्वाजा है रबकी ही ये सौगात है...

मुश्कीलोमें झात तेरी, काम आती है
सदा ईस लीये लबपे सदा, जारी ये नगमात है...

दोस्ती करता मे कीनसे, दुनिया ये अग्यार है
तेरे दरपे सब बराबर, ना कोई छुतछात है...

रीश्ते नाते तुमसे है, तुमसे है दुनिया मेरी
ये जहां वालोने डाली, हर कदम पर घात है...

मुख्तारे कुल नाना हुवे, मुश्कील कुशा दादा तेरे
हम गुलामो पे तो बस, रहेम की बरसात है...

तेरे मंगते हे रहेंगे, हम सदा ही उम्र भर
शाहो गदा भरते है जोली, ना कोई बाकात है...

हसती है गुरबतपे मेरी, हसने दो दुनिया हसे
हिन्दके राजा से नीस्बत, कया कोई कम बात है...

मे गुझर जाउंगा, हर दुश्वार मंझिलसे अभी
है सरपे ताजे चीश्तीया लबपे ये कलेमात है...

रबकी रहेमत से कभी, मायुस हम होते नही
तुं है रबका, रब है तेरा, दीलका ये जझबात है...

झर लुटाओ जां लुटाओ, आज तुम ए चिश्तीयो
शकले “वाहिद” में है आई, ख्वाजा की बारात है...

शाकीया रख्खे सलामत, मौला मैखाना तेरा
जुमकर करते दुवाए, रीन्द तेरे दीनरात है...

युं तो हुं छोटासा फकिर, पर हुं तो मे आखीर तेरा
देखकर शाही मेरी, खाती ये दुनिया मात है...

ये बारगाहे है अदब की, मे “दिलावर” कया कहुं
जान “वाहिद” जीस्म “वाहिद”, बाकी ना औकात है...