अरमान दिलके लाये है, अश्कोमें ढाल कर
अपने करमसे ख्वाजा हमे मालामाल कर...
दुनियाने मुंह फेर लीया मुज गरीबसे
गुझरना गवारा करते नहि अपने करीबसे
बरबाद सबने करदीया तु ही न्याल कर...
दुनिया के गरीबो की नझर तुजपे जमी है
ख्वाजा तेरे खझ़ानेमें कया कोई कमी है
अरे साथ सब गरीबो के मेरा ख्याल कर...
तकदीर भी मेरी फुटी है कांसा भी है टुटा
कश्ती का भी मजधारमें लो साथ है छुटा
आफत तकी मेरे टलने का रबसे सवाल कर...
आंखो की पुतलीयोमें है मायुसी का साया
गुरबत पे हसे अपने दुनिया को हसाया
डुबे हुवे अरमानोका अब तो जवाल कर...
हम हिन्दके गरीबो का कया खूब ख्याल था
फरमाया तब तो आका ने की हिन्दमें तु जा
लाचार नातवां को झरा खुशहाल कर...
सदका हमे निझामो नसीर बख्तयार का
बंदानवाझ बाबा फरीद साबीरे यार का
साहीले शादमानी पे ला गमसे नीकाल कर...
गौषुलवरा के प्यारे मुईन तुमको दुहाई
तुमपे तो गोष ने हे खास नझरे जमाई
जग सारा मेहवे रश्क हो ऐसा कमाल कर...
झोहरा की पाक चादरे तत्हीर का वास्ता
झैनाब की वो अदाये साबीर का वास्ता
खुंने जीगरसे रोये जो आंसु उगाल कर...
मुश्कील में मेरी जान है खतरेमें है ईमान
सीलसीला है कादरी चिश्ती मेरी पहेचान
“वाहिद पीया” का सदका मीले देखभाल कर...
ख्वाजा तुम्हे है वास्ता झोहरा व अली का
हसनो हुसैन प्यारी पंजतन की कली का
दुश्मन को “दिलावर” के तुंही नीढाल कर...