हुसैन हा से हया का मौसम हुसैन हुस्ने अमल का बानी हुसैन तेरी ये सीन जैसे सखावतो की शजल जवानी हुसैन या से यजीदियत पर यकीने मोहकम की हुक्मरानी हुसैन तेरी ये नून जैसे नबी ए मुर्सल की जिंदगानी हुसैन इक दिलनशी कहानी हुसैन जहरा अली का जानी हुसैन अब्बास का सरापा हुसैन कासिम की कमनवाही हुसैन अकबर की नौजवानी हुसैन असगर की बे जुबानी हुसैन दरिया का खुष्के साहिल हुसैन दिल है, हुसैन जां है, हुसैन कुरान की जुबा है, हुसैन सजदो की सरजमी है, हुसैन जहनो का आसमाहै हुसैन ईमान की जूस्तुजु है, हुसैन यजदा की आबरु है, हुसैन तन्हा था करबला मै, हुसैन का जिक्र चारसु है, फुरात की नफ्ज़ रूक गई है, हुसैन सागर लहू लहू है, सहाबा की अंजुमन से पूछो, हुसैन पयम्बर का हुबहुहै हुसैन सिद्दिक का चहिता, हुसैन फारूक का दुलारा, हुसैन उसमा का निगेहबा, हुसैन हैदर के दिल का पारा, हुसैन का खून बदन बदन में, हुसैन की रुह चमन चमन में, हुसैन आका के बाकपन में, हुसैन जहरा की अंजुमन में, हुसैन तो खूने मोहम्मदी में, हुसैन तो रूखे हैदरी में, हुसैन जन्नत की हाजरी में, हुसैन हुर्फी की शायरी में, हुसैन लख्ते बतुलो हैदर, हुसैन आशिक के दिल के अंदर, हुसैन निखरे तो समंदर, हुसैन सिमटे तो कलंदर, खुदाया इस दिल को चैन देना, बहाए आसू हुनैन देना, मेरी भी नस्लों को ऐ खुदाया, तू फकत इश्क ए हुसैन देना हुसैन गोसुल वरा के नाना, हुसैन ख्वाजा पिया के दादा कहे सब सय्यद भी रश्क से अब, वो मेरा जद्द है मेरा घराना हुसैन मेरा, हुसैन तेरा, हुसैन इनका, हुसैन उनका, हुसैन सबका, हुसैन सबका वो खुश्कीयो का, समंदरो का, वो सूफियों का, कलंदरो का, वो औलिया का, वो अंबिया का, वो हाफिजो का, वो आलिमो का, वो हाजिओ का, नमाजीओ का, वो गाजीओ का, वो कारिओ का हुसैन गरना शहीद होता तो आज घर घर यजीद होता नबी की सुन्नत अयां ना होती खुदा के घर में अजां ना होती नबी के दिन की कितनी बुलंद कहानी है के दिन जिसका फतेह आज तक जवानी है ये मस्जिदों से जो अजां की आवाजे आती हैं अली ये आपके बच्चों की मेहरबानी है
बहत्तर के मुकाबले में जो थे करबला में लइक शब्बीर की महफिल में वो आया नही करते जिनके बड़ो ने माल खाया हो यजीद का लंगर हुसैन का वो खाया नही करते हुसैन इब्ने अली का नाम जारी है खुदा के दिन की उम्र दराज जारी है सजदे में रखके सर को ना उठाया हुसैन ने अब तक मेरे हुसैन की नमाज जारी है हुसैन दिन को बक्शी है जिंदगी तुने कटाया सर बयत मगर ना की तुने किया वो सजदा ब वक्ते रवा रवी तुने नमाज जाती थी दुनिया से रोक ली तुने फिर आज हक्क के लिए जां फिदा करे कोई वफा भी जूम उठे यूं वफा करे कोई नमाज तो चौदासो साल से इंतजार में है उसे हुसैन की तरह अदा करे कोई
बुलंदीयो से पूछिए सीना सीना हुसैन है कदम कदम हुसैन है निशां निशां हुसैन है दिलो में एहले दर्द के दवा दवा हुसैन है ज़माना पूछता है कहा कहा हुसैन है जहा जहा रसूल है वहा वहा हुसैन है खुदी ने दिल से पूछा है बता कि क्या हुसैन है धड़क-धड़क की बोल उठा सदा सदा हुसैन है शान ए अहलेबैत है सभी के सब मिसाल है पर कोई नहीं हुसैन सा हुसैन बस हुसैन है उमर से चल उमेर तक बशर से चल बशीर तक बड़े-बड़े यह कह गए बहुत बड़ा हुसैन है अजब लड़ी है जंग भी हुसैन ने यजीद से हो ईस से बढ़कर जीत क्या यजीद था हुसैन है
करे बीमार को अच्छा उसे बीमार कहते है आबिद भी जाहिद भी जिसे सरदार कहते है क्यू कूफी तमाचे मार के लरजने लगे अली के सब्र को भी बिलयकि ललकार कहते है जो घर का सारा पानी पिला दे वो भी कातिल को उसे मौला अली का हाशमी किरदार कहते है यजीदी केह नही सकता खुद को यजीदी यारो जो नस्लों तक लगे उसे हुसैनि मार कहते है
जो हैरतो में ना डाले वो कहानी कैसी में सोचता हूं ये शोला बयानी कैसी मेरे हुसैन मुझे अर्जे करबला की कसम जो तेरे काम ना आए वो जवानी कैसी जहां है मौत वहा जिंदगी हुसैन से है शबे हयात में हर रोशनी हुसैन से है अरे यजीदियत से हमारी बनी ही नहीं और बनती भी कैसे हमारी गुलामी हुसैन से है नबी के लाडले जहरा के चैन जिंदाबाद अली ए मुर्तुजा के नूरे एन जिंदाबाद है जिसका पाक लहू बस वही पुकारता है हर एक केह नहीं सकता हुसैन जिंदाबाद
अली के लाल है जिसकी कोई मिसाल नही कटे है बाजू मगर हौसले निढाल नही हुसैन वाले लूटा ते है जितना दस दिन में किसी यजीद के खजाने में उतना माल नही दस का नोट गिर जाए किसी का बड़ी देर तक वो पछताता है जाने क्या बात है मेरे हुसैन तेरे नाम मे खर्च जितना भी करो उतना ही मजा आता है
दिन की खातिर आन बान देते है सिर्फ सर ही नहीं खानदान देते हैl घराना देखो मेरे हुसैन का के दूध पीते बचे भी जान देते है अली के लाल ने हलचल मचा के रखी है जमीनें करबला हिला के रखी है हुसैन के दूध पीते सिपाही ने यजीदी फोज की धज्जियां उड़ के रखी है फना को दस्ते बका में उतार देता है ये बेकसों के मुकद्दर सवार देता है तलाशे आब में प्यासे तो मरते देखे हैं हुसैन प्यास से पानी को मार देता है हुसैन का दूध पीता बच्चा भी ये सदा देता है हूरमला सामने आ धमकियां क्या देता है नाम असगर है मेरा हु में अली का पोता उंगलियों से खैबर को जो उखाड़ देता है
कोई सुल्तान कोई शाह कोई बादशाह निकले मजाल है इसमें से कोई हैदर निकले कोई मिसम कोई सलमान कोई बू जर निकले जो भी निकले वो मुकद्दर के सिकंदर निकले ये जो असगर के लिए मांग रहे है पानी मार से अगर जमी पे हाथ तो समंदर निकले माल जब इस्लाम ने बांटा तो हजारों मौजूद थे खून इस्लाम ने मांगा तो बहत्तर निकले
हुसैन तेरा लहू लहद का उजाला है कुछ शक नहीं इसमें के सरकारने तुझको पाला है हुसैन तेरे मुकाबिल यजीद शेय क्या था उसे तो तेरे नन्हे असगर ने मार डाला है
गमगीन दिल को क्यों न हो हाजत हुसैन की तस्कीन जानो दिल है मोहोब्बत हुसैन की ये शाह सवारे दोषे रसूले अनाम है ये मर्तबा ये शान ये रिफअत हुसैन की फर्जे खुदा ना भूले तहे खंजरे अदु ऐ बेनमाजी ये देख इबादत हुसैन की दौरे यजीद खत्म हुआ चंद रोज में हर दिल पे आज तक है हुकूमत हुसैन की है फितना ए यजीद ज़माने में सर बुलंद महसूस हो रही है जरूरत हुसैन की मुद्दत से हु में शाई के दीदारे करबला कुछ चाहता हु नजरे इनायत हुसैन की शम्से रूखे हुसैन पे परवाना बन गए देखी जो हूर ने शानो शराफत हुसैन की रिश्ता नही है उसका खुदा और रसूल से रखता है जो दिलो में अदावत हुसैन की
जन्नत में ले चलेगी मोहोब्बत हुसैन की दोजख में डाल देगी अदावत हुसैन की मेरे नबी व आले नबी का गुलाम है लिखवाली ये उमर ने खिताबत हुसैन की जन्नत के बादशाह है मेरे हुसेने पाक उम्म्त है इनके नाना की जन्नत हुसैन की आगाज है खलीली तो अंजाम हैदरी हक की रजा में देखो शहादत हुसैन की इक इक अदा हुसैन की इस्लाम का फरोग दुनिया को आज भी है जरूरत हुसैन की दाना व आब खैमा ए हुसैन में ना था फिर भी किसी ने छोड़ी ना संगत हुसैन की कुछ काम नही है शाने इमामत हुसैन की तुर्रा बनी है उसपे शहादत हुसैन की इज्जत की मौत अच्छी है जिल्लत की ज़िस्त से ये दरस दे रही हैं शहादत हुसैन की
राइज है मुल्के दिन में सिक्का हुसैन का करती है राज दिलो पे हुकूमत हुसैन की नाना के खुश्क खेत को सींचा है खून से हुस्ने बहारे दीं है शहादत हुसैन की खामोश हो गया ब गुले दौलते यजीद बजती रहेगी खल्क में नौबत हुसैन की हासिल हुई शहादते अकबर जहा में किस्मत पे नाज करती है किस्मत हुसैन की तेगो की छाव में भी अदा जिसने की नमाज वो थे हुसैन वो थी इबादत हुसैन की क्या जाने कोई अजमतो रिफअत हुसैन की अल्लाह जानता है हकीकत हुसैन की अफसाना ए वजूद की सुर्खी के वास्ते मंजूर थी खुदा को शहादत हुसैन की तारीख में कहीं कोई मिलती नहीं मिसाल अपनी मिसाल खुद है शुजात हुसैन की
सदियों की बात मारका ए कर्बला सही है आज भी दिलों पर हुकूमत हुसैन की दरकार जमाने को है हिम्मत हुसैन की महसूस हो रही है जरूरत हुसैन की नाना नबी बाबा अली और मां सैयदा किस तरह से बयां हो अजमत हुसैन की मैदाने आन बान में तेगो की छांव में हैरत से सब ने देखी है इबादत हुसैन की दुनिया की जिंदगी हो या उकबा की जिंदगी हम पर सदा रहेगी इनायत हुसैन की बक्शीश उसी की होगी वह जन्नत में जाएगा जिसके भी दिल में होगी मोहब्बत हुसैन की क्या जाने कोई अजमतो रफअत हुसैन की अल्लाह जानता है हकीकत हुसैन की अफसाना ए वजूद की सुर्खी के वास्ते मंजूर थी खुदा को शहादत हुसैन की तारीख में कही कोई मिलती नही मिसाल अपनी मिसाल खुद है शुजाअत हुसैन की बेचैन क्यूं हो मकसूद जहन्नम के खौफ से मेहशर में काम आयेगी उल्फत हुसैन की