Allah Ki Shan Me Aashar/Sher In Hindi


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01. MUKHATIB SHER/AASHAR IN HINDI

मुखातिब है बंदे से परवरदीगार
तू हुस्न-ए-चमन तू ही रंग-ए-बहार
तू मिराज-ए-फन तू ही फन का सिंगार
मुस्सवीर हूँ मै तू मेरा शाहकार
ये सुबहे ये शामे ये दिन और रात
ये रंगीन दिलकश हसींन कायनात
के हूरों मलाइक ओ जिन्नात में
किया है तुझे अशरफुल मख्लुकात

मेरी अज़्मतो का हवाला है तू
तू ही रोशनी है उजाला है तू
फरिशतो से सजदा भी करवा दिया
के तेरे लिये मैने क्या ना किया
ये दुनिया जहां बज़्म आरायियां
ये महफिल ये मेले ये तन्हाईयां
फलक का तुझे शामियाना दिया
जमीन पर तुझे आबो-दाना दिया
मिले आबशरो से भी हौंसले
पहाड़ो में तुझे को दिये रास्ते

ये पानी हवा ये शम्स ओ कमर
ये मौज ए रवां ये किनारा भंवर
ये शाखो पे गुंचे चटकते हुये
फलक पे सितारे चमकते हुये
ये सब्ज़े ये फूलो भरी क्यारियां
ये पंछी ये उड़ती हुई तितलियां
ये शोला ये शबनम ये मिट्टी ये संग
ये झरनो के बजते हुये जल तरंग
ये झीलो में हँसते हुये से कमल
ये धरती पे मौसम की लिखी हुई हम्द

ये सर्दी ये गर्मी ये बारिश ये धूप
ये चेहरा ये कद और ये रंगो रूप
दरिंदो चरिंदो पे काबूं दिया
तुझे भाई दे कर के बाज़ू दिया
बहन दी तुझे और शरीक ए सफर
ये रिशते ये नाते ये घराना ये घर
के औलाद भी दी दिये वालिदैन
अलिफ लाम मीम काफ़ और आईन गैन
ये अक्ल ओ जहानत शऊरो नज़र
ये बस्ती ये सेहरा ये खुश्की ये तर
और उस पर किताबे हिदायत भी दी
नबी भी उतारे शरियत भी दी
गर्ज के सभी कुछ है तेरे लिये
बता क्या कि या तूने मेरे लिये

02. USE JABBAR KEHTE HAI SHER IN HINDI

मुकद्दर बांटने वाला मुकद्दर बांट देता है
कभी कतरा तो कभी पूरा समंदर बांट देता है
मोहब्बत उसको हो जाए तो महबूब की खातिर
जमीनो आसमान का सारा लंगर बांट देता है
हिफाजत उसको करनी हो अपने घरकी दुश्मन से
अबाबिलो के लश्कर में वो कंकर बांट देता है
फैसला वही तो करताहै हर पत्थर की किस्मत का
किसी को ठोकर मे रखता है
किसी को हजरे असवद बना देता है

है सदाए इलल्लाह बेजुबान कंकर में
जिक्र तेरा करती है मछलियां समंदर में
तू दिखाई देता है हर हसीन मंजर में
जुगनू की टोली में तितलियों के लश्कर में
तू है कादिरे मुतलक ये इख्तियार रखता है
तू डूबा सकता है आसमां समंदर में
दो जहां के मालिक ने रख दिया है जन्नत को
मुस्तफा की कमली में फातिमा की चादर में
मेरा खुदा जिसकी हिफाजत की ठान लेता है
फिर मकड़ी की जाली की चादर तान देता है
वो जिंदगी लिख दे
तो मुसा को समंदर में रास्ता दे दे
वो मौत लिख दे
तो लंगड़ा मच्छर भी नमरूद की जान ले लेता है

उसे जब्बार कहते हैं उसे कहार कहते हैं
जो ऐबो को छुपा दे उसे सत्तार कहते हैं
वो शाह है बादशाहो का खुदा है नाखुदाओ का
उठा ले ताज शाहो का भरे दामन गदाओ का
वो मालिक है जमीनों का ज़मानों का मकानों का
वो खालिक है सितारों का नजारो का खजानों का
दिलो में उसकी अजमत है पोशीदा राजदारो का
है इज्जत और जिल्लत के तराजू उसके हाथ में
के नमरूद जैसों को वो मच्छर से मरवाता है
कही फिरोन जैसों को वो दरिया में डुबोता है
भड़कती आग इब्राहिम पे गुलजार करदे वो
शबे हिजरत कूफर के वार को बेकार करदे वो
उसीने बक्शी अबू बक्र को आजमते सारी
उमर खत्ताब को दे दी रिफअते सारी
गनी उस्मान को उसने हया का ताज पहनाया
उसी ने हैदरे कर्रार से मरहब को मरवाया

03. ALLAHU SHER/AASHAR

बे नवाओ की नवा सुनता है
इल्तेजा सबकी खुदा सुनता है
हमके बंदे है सना करते है
वो के खालिक है सना सुनता है
दिल धड़कने की सदा क्या माना
वो तो फूल खिलने की सदा सुनता है
तेरी सना के खुदावंदे ला यजाल है तू
यही मिसाल तेरी के बे मिसाल है तू
तेरा कमाल ही दुनिया के हर कमाल में है
ये शान तेरी के हर शान के पामाल है तू
कोनैन का मस्जूद है माबूद है तू
हर शै तेरी शाहिद है के मशहुद है तू
हर एक के लब पर है तेरी हम्दो सना
हर सोद में हर साद में मौजूद है तू
देने वाला समरे गुलशने मकसूद है तू
पत्ता पत्ता यही कहता है के माबुद है तू
तेरे ही फजलो करम पर है मेरा दारो मदार
मेरा खालिक मेरा मालिक मेरा माबुद है तू
लाइके हम्द तेरी जात के माबुद है तू
लाइके सजदा तेरी जात के मस्जुद है तू
दूर इतना के कभी आंख ने देखा ना तुझे
पास इतना के मेरी जान में मौजूद है तू

04. HAMD SHER/AASHAR IN HINDI

मेहमूद है तू इतना के तेरी हम्द मोहम्मद
आला है तू इतना के तेरा ज़िक्र अली है
ये हुस्न है तेरा के तू हसनैन का रब है
फातिर है तो फिर फातिमा जहरा का खुदा है
खल्लाके अजल मालिके कुन साहिबे हस्ती
में तेरे लिए हरफे जली सोच रहा हु
कई लाख बरस हो गए तेरी सना में
तू क्या है अभी तक मे यही सोंच रहा हु

05. ALLAH KI TARIKF KE SHER/AASHAR IN HINDI

तारीफ उस खुदाकी जिसकी सारी खुबसूरती है
और जिसने खुबसूरती को कायनात से सजाया
काएनातको आफाक से सजाया
आफाक को आसमान से सजाया
आसमान को सितारों से सजाया
सितारों को सफेदी से सजाया
सफेदी को चमक से सजाया
चमक को दमक से सजाया
दमक को कशिश से सजाया
कशिश को जेबाई से सजाया
ज़ेबाई को सूरत से सजाया
सूरत को सीरत से सजाया
सीरत को इंसान से सजाया
इंसान को अयमाल से सजाया
अयमाल को इखलाक से सजाया
इखालक को ईमान से सजाया
ईमान को कुरान से सजाया
और कुरान को साहिबे कुरान से सजाया